THE 5-SECOND TRICK FOR भारतीय जनता पार्टी

The 5-Second Trick For भारतीय जनता पार्टी

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भारत में बहुदलीय प्रणाली बहु-दलीय पार्टी व्यवस्था है जिसमें छोटे क्षेत्रीय दल अधिक प्रबल हैं। राष्ट्रीय पार्टियां वे हैं जो चार या अधिक राज्यों में मान्यता प्राप्त हैं। उन्हें यह अधिकार भारत के चुनाव आयोग द्वारा दिया जाता है, जो विभिन्न राज्यों में समय समय पर चुनाव परिणामों की समीक्षा करता है। इस मान्यता की सहायता से राजनीतिक दल कुछ पहचानों पर अपनी स्थिति की अगली समीक्षा तक विशिष्ट स्वामित्व का दावा कर सकते हैं जैसे की पार्टी चिह्न।

१९७५ साली पंतप्रधान इंदिरा गांधी ह्यांनी लागू केलेल्या देशव्यापी आणीबाणीला जनसंघाने कडाक्याचा विरोध केला व जनसंघाच्या अनेक सदस्यांना तुरुंगात कोंडून ठेवण्यात आलं. १९७७ साली आणीबाणी उठल्यानंतर जनसंघाने भारतीय लोकदल, काँग्रेस (ओ), सोशालिस्ट पार्टी इत्यादी पक्षांसोबत एकत्र येऊन जनता पक्षाची स्थापना केली.

यह निम्नलिखित राज्यों में सरकार का एक हिस्सा रहा है जैसा कि एक जूनियर सहयोगी पिछले गठबंधन सरकारों का हिस्सा है:

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भैरों सिंह शेखावत  • वसुन्धरा राजे सिंधिया

By 1991 the BJP experienced substantially greater its political attraction, capturing 117 seats while in the Lok Sabha (reduced chamber on the Indian parliament) and getting energy in four states.

कल्याण सिंह  • राम प्रकाश गुप्ता  • राजनाथ सिंह  • योगी आदित्यनाथ(पदस्थ)

टेम्पलेट कॉल में डुप्लिकेट तर्क का उपयोग करते हुए पन्ने

भाजपा के मुख्यमंत्रियों से संबंधित विकिमीडिया कॉमन्स पर मीडिया

जम्मू-कश्मीर: चुनाव से पहले पूर्ण राज्य के दर्जे पर पार्टियां क्या-क्या दावे कर रही हैं

बीेजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि राहुल गांधी जी भारत के इतिहास के पहले नेता प्रतिपक्ष बन चुके हैं, जिनका नाम पाकिस्तान ने एक समय में संयुक्त राष्ट्र में भारत विरोधी अपने वक्तव्य में प्रयोग किया था.

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भाजपामध्ये "नॅशनल एक्झिक्युटिव्ह्ज" अर्थात राष्ट्रीय कार्यकारिणी किंवा पार्लमेंटरी more info बोर्ड आहे. त्याला कोणत्याही प्रश्नावर अंतिम निर्णय घेण्याचा अधिकार देण्यात आला आहे.

मेहुणे आणि अन्य नातेवाईक संचालक असलेल्या व्हिक्टोरिया फूड प्रोसेसिंग कंपनीस एकूण ४९ कोटी रुपये कर्जासाठी जामीनदार. त्यासाठी लीजने मिळालेली जमीन तारण ठेवल्याचा आरोप. कर्जाची व्याज मिळून ७२ कोटी रुपयांची थकबाकी.

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